भारत के अधिकतर नोबेल पुरस्कार विजेता ब्राह्मण हैंः गुजरात विधानसभा स्पीकर
गुजरात विधानसभा के स्पीकर राजेंद्र त्रिवेदी का कहना है कि अभिजीत बनर्जी सहित भारत में अधिकतर नोबेल पुरस्कार विजेता ब्राह्मण हैं।  त्रिवेदी ने कहा कि भारत के संविधान का मसौदा बनाने वाले और उसे डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर को सौंपने वाले बीएन राउ भी ब्राह्मण थे। उन्होंने शुक्रवार को अहमदाबाद में ब्राह्मण बि…
10 दिवसीय राष्ट्रीय अमृता हाट मेले का शुभारंभ
जयपुर। महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री श्रीमती ममता भूपेश ने यहां जवाहर कला केंद्र में 10 दिवसीय राष्ट्रीय अमृता हाट मेले का फीता काटकर विधिवत उद्घाटन किया। श्रीमती भूपेश ने इस अवसर पर  कहा कि अमृता हाट के आयोजन करने के पीछे  महिला एस. एच. जी.को बढ़ावा देना है ताकि महिलाएं आगे आकर प्रतिभा प्रदर्शित …
आयुष्मान भारत-जन आरोग्य योजना के तहत दो लाख से ज़्यादा फ़र्ज़ी गोल्डन कार्ड बनाए गए
मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना 'आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना' में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा के मामले सामने आए हैं। इस योजना के तहत लाखों फर्जी गोल्डन कार्ड बनाए गए।  आयुष्मान भारत योजना के तहत दो लाख से ज्यादा फर्जी गोल्डन कार्ड बना दिए हैं। इन दो लाख कार्डों को नेशनल हेल्थ…
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव इसी माह होगा; बाकी बचे 20 जिला अध्यक्षों की घोषणा भी जल्द : लूनावत
भाजपा के संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया तेजी से चल रही है और प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए चुनाव भी इसी माह हो जाएगा। प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष एवं प्रदेश चुनाव सह अधिकारी विजेश लूनावत ने शुक्रवार को यहां बताया कि गुरुवार रात पार्टी के 57 संगठनात्मक जिलों में से 33 जिला अध्यक्षों की घोषणा कर दी गयी है। ग्वा…
सरकार का दावा यूरिया की कमी नहीं हकीकत : जगह-जगह कतारें, प्रदर्शन
कृषि विभाग के अधिकारी कह रहे हैं कि प्रदेश में यूरिया की कोई कमी नहीं है लेकिन हकीकत कुछ और ही है। प्रदेश के ज्यादातर अंचल में अब तक पर्याप्त यूरिया नहीं पहुंचा है। किसान उसके लिए भटक रहे हैं। हर जगह यूरिया के लिए कतारें दिख रही हैं। हालांकि सरकार का दावा है कि 10 दिसंबर तक दो लाख मीट्रिक टन यूरिया…
कर्जमाफी हुई नहीं, अब बहू-बेटियों के जेवर गिरवी रखकर खाद-बीज खरीद रहे किसान
जिले में 85 हजार किसान अभी भी कर्जमाफी के इंतजार में बैठे हैं। खरीफ की फसल खराब होने और कर्ज माफ न होने से किसानों की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है, जिससे उन्हें अब रबी की फसल की बोवनी के लिए अपनी बहू-बेटियों के जेवर गिरवी रखकर कर्ज लेना पड़ रहा है। इससे किसानों की हित की बात करने वालों पर सवाल खड़े हो…